कर्त्ता (र्त्तृ)/kartta (rttr)

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कर्त्ता (र्त्तृ)  : विं० [सं०√कृ (करना) तृच्] १. करने, बनाने या रचने-वाला। जैसे—सृष्टि कर्ता। २. किसी प्रकार का कार्य या किया करनेवाला। जैसे—दान-कर्ता, यज्ञ-कर्त्ता। पुं० १. धर्मशास्त्र और विधिक क्षेत्रों में, वह व्यक्ति जो घर या परिवार में सबसे बड़ा हो और स्वामी के रूप में सब काम करता हो। २. व्याकरण के ६ कारकों में से पहला कारक जो कोई काम करनेवाला व्यक्ति का बोधक होता है। (नामिनेटिव केस,) जैसे—‘कृष्ण ने दान दिया।’ में ‘कृष्ण’ कर्त्ताकारक में हैं क्योंकि दान देने का काम उसी ने किया।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
 
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